Short story in hindi -2024
Short story in hindi -2024

The phrase “short story in hindi -2024” refers to a brief narrative or tale written in the Hindi language. These stories are typically concise, focusing on a single theme or moral, and are crafted to convey a meaningful lesson or entertainment within a short span. Short story in hindi -2024 often reflect cultural values, everyday life situations, and emotions that resonate with readers, making them popular in Hindi-speaking regions.

 

1: कहानी का शीर्षक: ‘अनमोल मुस्कान’

गाँव के एक छोटे से घर में रीना अपनी माँ के साथ रहती थी। रीना की माँ सिलाई का काम करती थीं, जिससे घर का खर्चा चलता था। रीना बचपन से ही बहुत समझदार और मेहनती थी। पढ़ाई में भी अव्वल थी, पर घर की हालत इतनी अच्छी नहीं थी कि वह हर बार स्कूल की किताबें खरीद सके।

 

एक दिन रीना उदास बैठी थी, क्योंकि इस बार की किताबें काफी महंगी थीं और माँ के पास इतने पैसे नहीं थे। माँ ने उसकी उदासी देखी और उसे हिम्मत देते हुए कहा, “बेटा, मुश्किलें हर किसी के जीवन में आती हैं, लेकिन हमें उनसे डरना नहीं चाहिए। जो भी होगा, हम मिलकर रास्ता निकालेंगे।” माँ की बातों से रीना को हिम्मत मिली, और उसने ठान लिया कि वो किसी तरह अपने खर्च खुद निकालने की कोशिश करेगी।

 

रीना ने गाँव में ही बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया। उसकी मेहनत और लगन के कारण धीरे-धीरे बच्चे उसे पसंद करने लगे और उसकी ट्यूशन क्लास में बच्चे आने लगे। उसने जितने पैसे कमाए, उनसे अपनी किताबें खरीदी और माँ को भी थोड़ा सहारा दिया।

 

रीना की मुस्कान में एक आत्मविश्वास था, जो उसकी माँ के चेहरे पर भी झलकता था। उसकी मेहनत और माँ की दुआओं ने उसे जिंदगी में आगे बढ़ने का हौसला दिया। आज रीना एक सफल शिक्षिका है और अपनी माँ का सिर गर्व से ऊँचा किया है।

 

सीख: संघर्षों से घबराए बिना, अगर हम धैर्य और मेहनत के साथ अपने रास्ते पर चलते रहें, तो एक दिन सफलता जरूर मिलती है।

 

2: ‘सच्ची दोस्ती’

अजय और विजय बचपन के दोस्त थे। दोनों एक ही गाँव में रहते थे और हमेशा साथ खेलते थे। एक दिन गाँव में बहुत तेज़ बारिश हुई, जिससे नदी में बाढ़ आ गई। गाँव वालों को लगा कि नदी का पुल टूट सकता है, और सभी ने अपने घरों में सुरक्षित जगह ढूंढ ली।

 

अजय और विजय भी अपने घरों की तरफ जाने लगे, लेकिन अचानक अजय का पैर फिसल गया और वह बहाव में फँस गया। विजय ने बिना सोचे-समझे उसकी मदद के लिए छलाँग लगा दी। दोनों ने मिलकर एक-दूसरे को सहारा दिया और सुरक्षित किनारे तक पहुँच गए। उस दिन अजय ने कहा, “सच्चे दोस्त वही होते हैं जो मुसीबत में काम आएं,” और दोनों की दोस्ती और गहरी हो गई।

 

सीख: सच्ची दोस्ती कठिन समय में परखी जाती है

 

 

3: ‘ईमानदारी का इनाम’

रामू एक गरीब किसान था, जो दिन-रात मेहनत करता था। एक दिन उसे खेत में एक पुराना बटुआ मिला, जिसमें सोने की कुछ गिन्नियाँ थीं। रामू जानता था कि ये बटुआ गाँव के किसी व्यक्ति का है, इसलिए उसने गाँव के मुखिया के पास जाकर बटुआ लौटाने की बात कही।

 

मुखिया ने उसकी ईमानदारी देखकर उसे इनाम के रूप में कुछ पैसे दिए और सबके सामने उसकी प्रशंसा की। रामू खुश था कि उसने ईमानदारी का रास्ता चुना, और आज उसी ईमानदारी के कारण गाँव में उसकी इज्जत बढ़ी।

 

सीख: ईमानदारी हमेशा हमारे साथ रहती है और उसका फल हमें कभी न कभी ज़रूर मिलता है।

 

 

4: ‘बूढ़ी अम्मा का सपना’

राधा एक बूढ़ी अम्मा थी, जिसका एक ही सपना था कि उसके पोते पढ़-लिखकर बड़े आदमी बनें। हालाँकि उसके पास ज्यादा पैसे नहीं थे, फिर भी उसने अपनी छोटी-छोटी बचत को पोते की पढ़ाई में लगाया।

 

वर्षों बाद, अम्मा का सपना सच हो गया। उसका पोता एक डॉक्टर बन गया और उसने गाँव में एक क्लीनिक खोला, जहाँ वो गरीबों का मुफ्त में इलाज करने लगा। अम्मा की आँखों में गर्व के आँसू थे, और उसके पोते ने उसे गले लगाकर कहा, “अम्मा, ये सब तुम्हारी मेहनत और आशीर्वाद का फल है।”

 

सीख: सच्चा सपना वही होता है जो किसी के भले के लिए देखा जाए।

 

 

5: ‘पर्यावरण का महत्व’

एक गाँव में बच्चे अक्सर पेड़ों को नुकसान पहुँचाते थे और उन्हें बेवजह काटते रहते थे। एक दिन गाँव में भयंकर तूफान आया, जिससे कई घरों को नुकसान पहुँचा। गाँव के बुजुर्गों ने बच्चों को समझाया कि अगर वो पेड़ों को न काटते, तो पेड़ इस तूफान से उनकी रक्षा कर सकते थे।

 

बच्चों को अपनी गलती का एहसास हुआ, और उन्होंने प्रतिज्ञा की कि अब वे पेड़ लगाएंगे और उनकी देखभाल करेंगे। कुछ समय बाद, गाँव फिर से हरा-भरा हो गया और सभी बच्चों ने समझ लिया कि पर्यावरण का महत्व क्या है।

 

सीख: प्रकृति का संरक्षण करना हमारी जिम्मेदारी है, क्योंकि वो हमें सुरक्षा और जीवन दोनों देती है।

 

 

6: ‘संगठन में शक्ति’

एक किसान के पाँच बेटे थे, जो हमेशा आपस में झगड़ते रहते थे। किसान ने उन्हें एक सबक सिखाने के लिए एक दिन पाँच लकड़ियाँ दीं और कहा कि उन्हें तोड़ें। सभी ने आसानी से लकड़ियाँ तोड़ दीं।

 

फिर किसान ने पाँचों लकड़ियों को एक साथ बाँध दिया और कहा कि अब उन्हें तोड़ें। इस बार कोई भी उन्हें नहीं तोड़ पाया। किसान ने समझाया, “जैसे ये लकड़ियाँ मिलकर मजबूत हो गईं, वैसे ही तुम लोग भी अगर एकजुट रहोगे, तो कोई भी तुम्हें नुकसान नहीं पहुँचा पाएगा।”

 

सीख: संगठन में शक्ति होती है, औ

र आपसी प्रेम से ही किसी भी मुश्किल का सामना किया जा सकता है।

 

Motivational Quotes in Hindi